महाराष्ट्र में बाढ़ ने मचाई तबाही, करीब 150 गांवों से टूटा संपर्क, बचाव कार्य जारी
मुंबई
महाराष्ट्र के कई जिलों में हो रही लगातार बारिश के बाद अब हालात विकट हो गए हैं। कई जगहों पर नदियों खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। हालात इतने खराब दिख रहे हैं कि कई इलाकों में नौसेना को भी तैनात करने की नौबत आ गई है। बताया जा रहा है कि करीब 150 गांवों से संपर्क टूट गया है। हजारों की संख्या में लोग अभी भी बाढ़ में भूखे प्यासे फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम ने युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चला रखा है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी पुणे और सतारा में आई बाढ़ का हवाई सर्वे किया। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की 13 टीमें, भारतीय सेना, 14 नौसेना दल, वायु सेना और स्थानीय एजेंसियों के दस हजार से ज्यादा कर्मचारी लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार अभी तक प्रदेश के कई इलाकों में से अब तक 2 लाख से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। यह संख्या गुरुवार शाम तक रेस्क्यू किए गए लोगों की है। बचाए गए इन लोगों के लिए करीब 267 कैंप स्थापित किए गए हैं। वहीं करीब 28 हजार पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। बताया गया कि सांगली और कोल्हापुर जिले में करीब 125 नाव भेजी गई हैं। एनडीआरएफ ने गुरुवार को कोल्हापुर से 3500 लोगों को बचाया। वहीं गुरुवार देर रात को सांगली में नेवी की 12 टीमें सड़क के रास्ते रवाना हुईं। इससे पहले खराब मौसम के चलते वहां पर फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करने का अभियान फेल हो गया था। सड़क मार्ग से जा रही टीमों के लिए स्थानीय पुलिस ने सांगली तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया। बताया जा रहा है कि अभी तक केवल पुणे जिले में ही 27 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि मौत का सही आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है लेकिन यह सैंकड़ेां में भी जा सकता है। क्योंकि अभी कई इलाकों में लोग फंसे हैं और उनकी सही संख्या या फिर जान माल की हानिक का अभी तक पता नहीं चल सका है।