आंध्र प्रदेश के नगर निगम मंत्री ने नई राजधानी को लेकर दिया संकेत
अमरावती
आंध्र प्रदेश के नगर निगम मंत्री बोत्सा सत्यनारायण ने संकेत दिया है कि नई राजधानी के लिए सरकार अमरावती की बजाए किसी और जगह को तवज्जो दे सकती है। उन्होंने विस्तार से इस योजना के बारे में बताने से तो मना कर दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि सरकार अमरावती के भविष्य को लेकर जल्द ही कुछ जरूरी घोषणाएं करेंगी, जिसमें सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा। पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा, अगर अन्य क्षेत्रों में निर्माण कार्य पर 1 लाख रुपये खर्च आता है तो अमरावती में वह खर्च 2 लाख है। यह पब्लिक मनी की एक तरह से बर्बादी है, जिसके पक्ष में हम नहीं हैं। यही नहीं अगर तेज बारिश होती है, तो यहां निचले इलाके डूब जाते हैं। हमें अलग से नाले और छोटे बांध बनाने की जरूरत है ताकि यहां के लोग बाढ़ जैसी आपदाओं से बच सकें। विचार चल रहा है। हम सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर ही अपनी नीति तैयार करेंगे और फिर उसे सार्वजनिक करेंगे। नगर निगम मंत्री से जब यह पूछा गया कि उनके ही पार्टी के एक नेता ने एक बयान में कहा है कि प्रकाशम जिले का दोनाकोंडा अमरावती का विकल्प था, मंत्री ने कहा, ‘इस तरह की कोई भी चर्चा सही नहीं है। नई राजधानी के लिए शिवरामकृष्णनन कमिटी के प्रस्तावों पर भी विचार किया जा रहा है। सरकार इस मामले में काफी गंभीरता से सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर आगे बढ़ रही है। यही वजह है कि मैंने अभी तक अमरावती के विकल्प के रूप में कोई नाम नहीं लिया है।