विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अमित पंघाल ने रचा इतिहास, मनीष को कांस्य पदक
एकातेरिनबर्ग
अमित पंघाल शुक्रवार को कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को 3-2 से हराकर विश्व मुक्केबाजी चैंपियशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए। भारत के अन्य सेमीफाइनलिस्ट मनीष कौशिक को भाग्य का साथ नहीं मिला। क्यूबा के विश्व चैंपियन एंडी क्रूज से मिली हार के बाद उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा।
कजाकिस्तान के एकतेरिनबर्ग में चल रहे विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में शुक्रवार को 52 किग्रा फ्लाईवेट कैटेगिरी के सेमीफाइनल में पंघाल ने एक कांटे के मुकाबले में 3-2 से मात देते हुए यह कमाल किया। अब अमित फाइनल में रविवार को उजबेकिस्तान के मुक्केबाज शाखोबिदीन जोइरोव से भिड़ेंगे। जिन्होंने फ्रांस के बिलाल बेनामा को दूसरे सेमीफाइनल में शिकस्त दी।
2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए एशियन खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पंघाल की सफलता का ग्राफ 2017 में चढ़ा। एशियाई चैम्पियनशिप में 49 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक से हुई थी। वह 2017 में ही विश्व चैम्पियनशिप में पदार्पण करते हुए क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे। अमित ने बुल्गारिया में प्रतिष्ठित स्ट्रांदजा मेमोरियल में लगातार स्वर्ण पदक हासिल किए और फिर वह 2018 में एशियाई चैम्पियन बने। इस साल उन्होंने एशियाई चैम्पियनशिप का स्वर्ण अपने नाम कर किया और फिर 49 किग्रा के ओलंपिक कार्यक्रम से हटने के बाद 52 किग्रा में खेलने का फैसला किया।