दूसरा टी20 : युजवेंद्र चहल बोले- गीली गेंद से अभ्यास करना आया काम
राजकोट:
बांगलादेश की टीम जब राजकोट टी-20 के दौरान शुरुआती ओवरों में भारतीय तेज गेंदबाजों पर हावी होती दिख रही थी ऐसे समय में भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कसी हुई गेंदबाजी कर बांगलादेश के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया। मैच खत्म होने के बाद चहल बोले- जब मैंने अपनी पहली गेंद फेंकी तो मुझे महसूस हुआ कि बॉल घूम रही है। तब मैंने फैसला कर लिया था कि कौन-सी गेंद को तेज फेंकना है और कौन-सी गेंद को धीमी।
चहल बोले- जब मैं भारतीय टीम का हिस्सा नहीं था, तो मैंने गीली गेंद से गेंदबाजी करने का अभ्यास किया। हम भारत में वैसे भी ओस के साथ खेलने के आदी हैं। मिस स्टंपिंग होती है, यहां तक कि मैंने कई कैच भी छोड़े हैं। यह सिर्फ कठिन भाग्य है। चहल ने कहा- मैं हमेशा कोशिश करता हूं और देखता हूं कि बल्लेबाज मेरी गुगली को उठा रहा है या नहीं और उसके हिसाब से मध्य या पैर पर गेंदबाजी करता है या नहीं। जब आप डैडओवर या पावरप्ले में गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो यह आपको आत्मविश्वास देता है।