बायोमेट्रिक डेटा कलेक्शन के मामले में भारत 5वां सबसे खराब देश, चीन टॉप पर

बायोमेट्रिक डेटा कलेक्शन के मामले में भारत 5वां सबसे खराब देश, चीन टॉप पर
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डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है लेकिन अपनी कोशिशों में कुछ हद तक ही सफल हो पाई है। अब एक ऐसी जानकारी सामने आई है, जिसे जानने के बाद आप हैरान हो जाएंगे। दरअसल यूके टेक रिसर्च फर्म कंपेरिटेक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा एकत्र किए गए बायोमेट्रिक डेटा की गोपनीयता के मामले में भारत पांचवा सबसे खराब देश है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि लोगों की निजी जानकारी खतरे में है।
रिपोर्ट के अनुसार बायोमेट्रिक डेटा के व्यापक और आक्रामक उपयोग के मामले में चीन, मलेशिया, पाकिस्तान और अमरीका के बाद भारत पांचवा सबसे खराब देश है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ताइवान, इंडोनेशिया और फिलीपींस के साथ भारत पांचवें स्थान पर है। भारत बॉयोमीट्रिक डेटा कलेक्शन के लिए सबसे खराब देशों की सूची में निचले स्थान पर इसलिए है क्योंकि यह जांच एजेंसियों को राष्ट्रीय बॉयोमेट्रिक डेटाबेस (आधार कार्ड) तक पहुंच प्राप्त करने की अनुमति नहीं देता है। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने हर मापदंड के तहत चीन को 25 में से 24 अंक दिए। 24 अंक के साथ चीन पहने पायदान पर है। वहीं 19 अंक के साथ भारत पांचवें पायदान पर है।
अध्ययन के लिए 50 अलग-अलग देशों का विश्लेषण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि बायोमेट्रिक्स कहां लिया जा रहा है, उनके लिए क्या लिया जा रहा है और उन्हें कैसे संग्रहित किया जा रहा है। अध्ययन के दौरान हर देश को 25 में से अंक दिए हैं, जिसमें उच्च अंक बायोमेट्रिक्स के व्यापक और आक्रामक उपयोग और निगरानी का संकेत मिला हैं, वहीं बायोमेट्रिक उपयोग और निगरानी के संबंध में बेहतर प्रतिबंधों और नियमों का प्रदर्शन करने को लेकर कम स्कोर दिया गया है।

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